प्रेरणा शोध संस्थान इस साल फिर अपने वार्षिक कार्यक्रम ‘प्रेरणा विमर्श’ का आयोजन कर रहा है. इस बार के कार्यक्रम की थीम ‘पंच परिवर्तन’ पर आधारित है. न्यास की अध्यक्ष प्रीति दादू ने बताया,’यह कार्यक्रम इस वर्ष के लिए भूमिका तैयार कर रहा है, पूरे वर्ष यह विचार घर-घर तक पहुंचाने की योजना है. कार्यक्रम का शुभारम्भ 22 नवंबर को 108 कुंडीय नारीशक्ति राष्ट्र वंदन यज्ञ से होगा.
प्रेरणा विमर्श के अध्यक्ष अनिल त्यागी ने कहा,’कार्यक्रम का उद्देश्य इन सारगर्भित विषयों को वैचारिक स्तर से व्यवहारिक स्तर पर समाज तक ले जाना है. इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है. इस दृष्टि से संघ इस वर्ष इन पंच परिवर्तन को जन-जन के व्यवहार में लाने को संकल्पित है.’
होगी तीन दिवसीय कार्यशाला
प्रेरणा विमर्श 2024 के समन्वयक श्याम किशोर ने बताया कि संघ के प्रचार विभाग के तत्वावधान में यह त्रिदिवसीय कार्यशाला आयोजित हो रही है, जो 22, 23 और 24 नवंबर को होगा. इसमें सम्बंधित क्षेत्रों के वे दिग्गज हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मार्गदर्शन के लिए आरएसएस अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, वरिष्ठ प्रचारक एवं अखिल भारतीय प्रचार टोली के सदस्य मुकुल कानितकर मौजूद रहेंगे.
पहले भी होते रहे हैं आयोजन
गौरतलब है कि प्रेरणा विमर्श-2020 विरासत, प्रेरणा विमर्श- 2021 भारतोदय: आजादी का अमृत महोत्सव, प्रेरणा विमर्श- 2022 भविष्य का भारत और प्रेरणा विमर्श- 2023 ‘स्व’: भारत का आत्मबोध पर आधारित था. इस तरह चर्चा-परिचर्चा और सकारात्मक संवाद स्थापित करने में प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा सतत् अग्रसर है.