लोकसभा चुनाव से पहले केरल के वोटर्स काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. आलम यह है कि विदेश और खासतौर पर अरब देशों में रह रहे NRI (नॉन रेजिडेंट इंडियन) फ्लाइट लेकर चुनाव से पहले बड़ी तादाद में केरल लौट रहे हैं. जिन लोकसभा सीटों पर खाड़ी देशों से लोगों के आने का सिलसिला जारी है, उसमें राहुल गांधी की वायनाड सीट भी शामिल है. इसमें ज्यादातर मतदाता उत्तरी केरल के हैं. पिछले दो दिनों में ही खाड़ी देशों से 22 हजार मतदाता केरल के अलग-अलग इलाकों में लौट चुके हैं. दरअसल, केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है. इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि चुनाव तक मतदाताओं की संख्या और बढ़ सकती है.
दरअसल, केरल के कई राजनीतिक दलों से जुड़े प्रवासी संगठन मतदान को बढ़ावा देने के लिए किफायती दर पर फ्लाइट टिकट बुक कराने में लोगों की मदद करते हैं. इसके लिए प्रवासी संगठन ट्रैवल एजेंसियों से भी हाथ मिलाते हैं. कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF गठबंधन के सूत्रों के मुताबिक इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और कांग्रेस से जुड़े KMCC (केरल मुस्लिम सांस्कृतिक केंद्र), प्रियदर्शनी कांग्रेस, आईएनसीएएस (कतर स्थित NRI संगठन से संबद्ध) जैसे संगठन यात्रा के लिए समन्वय बनाने में लगे हुए हैं.
इस बार आने वाले NRI की तादाद ज्यादा
बता दें कि KMCC खाड़ी में सबसे बड़ा भारतीय प्रवासी संगठन है. हालांकि, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संगठन लोगों को सुविधाजनक फ्लाइट दिलाने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन टिकटों के लिए भुगतान लोगों को खुद ही करना पड़ता है. वैसे तो केरल में चुनाव के समय खाड़ी देशों से लोगों का आना और वोटिंग करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस चुनाव में NRI लोगों के आने की तादाद काफी ज्यादा है. जिस लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाता लौट रहे हैं उसका नाम वटकारा है. इसके अलावा कन्नूर, कोझिकोड, पलक्कड़ और वायनाड में भी वोटर्स के आने का क्रम जारी है.
UAE तक जाकर प्रचार कर चुके UDF उम्मीदवार
वटकारा लोकसभा क्षेत्र से UDF उम्मीदवार शफी परम्बिल अपने चुनाव अभियान को भारत के बाहर संयुक्त अरब अमीरात तक ले गए थे. वह वोट मांगने के लिए अपने अभियान के तहत शारजाह और कतर भी पहुंचे थे. यूडीएफ के उम्मीदवार ने मतदाताओं से 2 अनुरोध किए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर किसी भी मतदाता पर ज्यादा आर्थिक बोझ नहीं है तो वह अपना वोट डालने जरूर आए. उन्होंने केरल के लोगों से दूसरा अनुरोध यह किया है कि वे विदेश में रहने वाले अपने परिजनों से मिलने 26 अप्रैल के बाद जाएं.
लोकसभा चुनाव में आमने-सामने दो विधायक
केरल की वटकारा सीट पर मुकाबला इस बार काफी रोचक है. यूडीएफ के शफी परम्बिल का मुकाबला सीपीआईएम की लोकप्रिय चेहरा केके शैलजा से है. केरल में यह पहली बार हो रह है कि दो मौजूदा विधायक एक-दूसरे के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. केके शैलजा मट्टनूर से और शफी पलक्कड़ से विधायक हैं. वटकारा संसदीय क्षेत्र ऐसा इलाका है, जहां विदेशों में बसे मतदाताओं की संख्या ज्यादा है.